हज़ार ख्वाब हक़ीक़त Hazar Khwab Haqeeqat Sahir+ Mahendra Kapoor+ Asha
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त Hazar Khwab Haqeeqat
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
मगर ये शर्त हैं तुम
मुस्कुरा के हाँ कह दो
मुहाबतो मे हैं दोनों का
एक ही मतलब
मोहोबतो मे हैं दोनों का
एक ही मतलब
अदा से ना कहो या
मुस्कुरा के हाँ कह दो
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
हज़ार ख़्वाब बहारों
के और सितारों के
तुमरे साथ मेरी
ज़िंदगी मे आये हैं
तुम्हारी बाहों के झूले मे
झूलने के लिए
मचल मचल के मेरे अंग
गुण गुनाये हैं
ये सारे शोक सारे शोक
ये सारे शोक
सदाकत्का रूप ले लेंगे
मगर ये शर्त हैं तुम
मुस्कुरा के हाँ कह दो
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
भरेगी माँग तुमहरी वो
दिन भी क्या होगा
सजेगी सैज हवाओं किसांस महकेगी
तुम अपने हाथ से
सरकाओगे मेरा आँचल
अजेब आग मेरे तन
बदन मे दहकेगी
ये सारे शोक सारे
शोक ये सारे शोक
सदाकत्का रूप ले लेंगे
मगर ये शर्त हैं तुम
मुस्कुरा के हाँ कह दो
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे
मे अपनी ज़ुल्फ़ों के साये
बिचाऊँगी तुंपर
मे तुमपे अपनी जावा
धड़कने लुटाऊँगा
मे सुभा तुमको जगाऊंगी
लब पे लब रख कर
मे तुमको बिचके कुछ और
पास लाऊँगा
ये सारे शोक सारे शोक
ये सारे शोक
सदाकत्का रूप ले लेंगे
मगर ये शर्त हैं तुम
मुस्कुरा के हाँ कह दो
मुहाबतो मे हैं
दोनों का एक ही मतलब
मोहोबतो मे हैं
दोनों का एक ही मतलब
अदा से ना कहो या
मुस्कुरा के हाँ कह दो
हज़ार ख्वाब हक़ीक़त
का रूप ले लेंगे.
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